ज्ञान-विज्ञान के अखण्ड सूर्य! धर्म-निति, राज-निति के प्रखर खिलाड़ी! आसक्ति में विरक्ति के प्रत्यक्ष प्रमाण! देव-गुरु वन्दनीय! आचार्यश्री के चरण कमलों में विप्र का नमन!!!
हमारे प्रत्येक भाव, विचार तथा कर्म प्रार्थना है, श्रद्धायुक्त एवं सबल हों तो परिणाम निश्चित रूप से आशातित होंगें!
काल चक्र
एक महत्वपूर्ण सूचना
इस चिठ्ठा पर प्रकाशीत कुछ प्रविष्टियाँ, लेख एवं चित्र विभिन्न स्रोतों से लिए गए हैं तथा इनका सम्पूर्ण श्रेय पूर्ण-रूपेण इनके रचनाकार एवं धारक को जाता है
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