Sunday, January 27, 2008

नींद से नाता तोड़े कौन??




चुप की बांह मरोड़े कौन?
सन्नाटे को तोड़े कौन?

माना रेत में जल भी है...
रेत की देह निचोड़े कौन?

सागर सब हो जाएं मगर...
साथ नदी के दौड़े कौन?

मुझको अपना बतलाकर...
गम से रिश्ता जोड़े कौन?

भ्रम हैं, ख्वाब सलोने पर...
नींद से नाता तोड़े कौन??